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Showing posts from August, 2019
120 सेकंड (120 second) Hindi Lyric- Yahya Bootwala Love Poetry
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मै और मेरा दोस्त एक बार Drive पे निकले और वो अचानक एक Signal पे रुका Signal 120 सेकंड का था | अब समय के आस -पास मेरा ब्रेकअप हुआ था तो मै एक दिल टूटा आशिक़ था और दिल टूटे आशिक़ों की एक खाशियत होती है वो वक़्त ढूंढते हैं यादों पर खर्च करने के लिए वो 120 सेकंड मेरा वही वक़्त था जो मैंने इस कदर खर्च किया है की पहले 5 सेकंड ऐसे बीते की मन कह रहा था उसके बारे में मत सोचना, क्योंकि तू इतनी मुश्किल से तो तू उसे भूलाने की कोशिश कर रहा है | फिर अगले 10 सेकंड मन ने ही कह दिया की एक काम कर सोच ले,,,,, , , , , वो क्या था न की अंजाम है दुःख रही है, वरना यादें तो प्यारी हैं | तो अगले 60 सेकंड बिलकुल पूरे Relationship का एक Rewind था की कैसे हमारी मुलाकात हुयी, बांते सुरु हुयी मैंने चिट्टी लिखकर अपने प्यार का इज़हार किया तो, उसने इंकार कर दिया था, ...
"Maut Aur Mai" Hindi Lyric- Yahya Bootwala Love Poetry
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वैसे तो नशा करना बहोत ही बुरी आदत है, पर कभी-कभी ज़िन्दगी हालात ऐसे पैदा कर देती है, मदहोशी में डूबना ज्यादा मुनासिब लगता है | बस यूँ ही एक शाम मैख़ाने में बैठा था , मेरी मुलाकात हो गयी मौत के फ़रिश्ते से, "अब जैसे लोग कहते हैं " मौत उतना भयानक नहीं दिखता | एक बूढ़ा शक़्श है जिसके चेहरे पर नूर है, आँखों में आँशु , गालों में गम की झुर्रियां, "पर मौत है वो" तो, पहले डर-डर के उनके बाजू में बैठा था , सोचा कंही मेरा वक़्त तो नहीं आ गया| "दद्दू से पहले" झिझक उनसे पूछा की किसका वक़्त आ गया | जो आप यंहा बैठे हो ? मुस्कुरा कर बोले के कुछ पल के लिए, किसी का वक़्त ख़त्म नहीं होगा, इसीलिए, मै यंहा बैठा हूँ | तो, अब सारा डर ख़त्म सीधे सीधे मौत से पूछ लिया मौत हो तुम, तुमसे सब हैं डरते, जरा पास क्या आ जाओ, सब खुदा को याद करते हैं | तो, फिर तुम्हे कैसा लगता है ? दो पल तक चुप रहे, . . . . . . और फिर क...